अगहन में बिंदिया माथे पर
अगहन में |
कुँवारी सिंगार करें,
सुंदर-सुंदर वस्त्र पहनें,
रेशम जड़ी साड़ी को पहनें
अगहन में |
माथे पे सुंदर चीर
गले में कंठ माला
नैना तरेर चलें
अगहन में |
पांवों में पायल
ठुमुक-ठुमुक चाल चलें
रुनझुन पायल बोले
अगहन में |
उमेश चन्द्र श्रीवास्तव