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Tuesday, December 12, 2017

भय का वातावरण दिखाया

Poem of Umesh chandra srivastava 

भय का वातावरण दिखाया,
भयाक्रांत सब लोग यहां। 
बैठक ,भोजन पर आमंत्रण ,
चर्चा है अब लोक , जहाँ। 
शाशन की मर्यादा ऐसी ,
निजता पर ही प्रश्न उठा। 
कब क्या कह दें शाशन वाले ,
इसका अब है मोल कहाँ।     (शेष कल...)



उमेश चंद्र श्रीवास्तव-
Poem of Umesh chandra srivastava 

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