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Sunday, December 24, 2017

लोकतंत्र ! सावधान !!



लोकतंत्र ! सावधान !!
आ गया मेहरबान। 
कितना बड़ा सत्य कहता ,
कुछ नहीं किया उन्होंने ,
केवल लूटने के सिवा !
वाह रे ! भाई वाह !!
                                 

                       -उमेश चंद्र श्रीवास्तव 

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