कल्पना जीवन की सौगात ,
बिना कल्पना के नहीं आता ,
जीवन मे मधुमास |
रंग-बिरंगे फूल घनेरे ,
पेड़-पौध ‘औ’ गंग की लहरें ,
सब मे है उल्लास |
कल्पना जीवन
की सौगात ,
सुधी , सुधा रस पाने आतुर ,
साधू भस्म रमाने आतुर ,
सब की अपनी-अपनी बात |
कल्पना जीवन
की सौगात ,
प्रिया,बिरहनी प्रेम मे तड़पे ,
बच्चा माँ का अंचल पाये ,
सुध-बुध खो कर जग मे रहना ,
नहीं है अच्छी बात |
कल्पना जीवन
की सौगात ,
बिना कल्पना जीव अधूरा ,
उसका सपना होगा पूरा ,
यही तो है विश्वास |
कल्पना जीवन
की सौगात ,
विश्वासों की बेल अमर है ,
इसके बल जीते हैं सब ही ,
नहीं है चलता बिन इसके ,
जीवन का यह श्वास |
कल्पना जीवन
की सौगात ,
-उमेश
श्रीवास्तव
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