A poem of Umesh chandra srivastava
राखी भाई बहन का प्यार ,
हाथ कलाई राखी बंधन ,
सुन्दर यह व्यवहार ,
राखी भाई बहन का प्यार।
इस अटूट बंधन को माने ,
जाने जग संसार।
राखी भाई बहन का प्यार ,
बहना ने बहाई को बंधा ,
स्नेह , दुलार , व्यवहार।
राखी भाई बहन का प्यार।
एक धागे से है संयोजन ,
इसका बहुत बड़ा आयोजन ,
जीवन भर चलता यह प्रयोजन ,
सुन्दर सुखद सुदृण इकरार ,
राखी भाई बहन का प्यार।
इस बंधन से मौसम सुधरे ,
सारे भाव मुखर हों उभरे ,
सदियों से यह चलता आया ,
मधुर सलोना यह संसार।
राखी भाई बहन का प्यार।
राखी भाई बहन का प्यार ,
हाथ कलाई राखी बंधन ,
सुन्दर यह व्यवहार ,
राखी भाई बहन का प्यार।
इस अटूट बंधन को माने ,
जाने जग संसार।
राखी भाई बहन का प्यार ,
बहना ने बहाई को बंधा ,
स्नेह , दुलार , व्यवहार।
राखी भाई बहन का प्यार।
एक धागे से है संयोजन ,
इसका बहुत बड़ा आयोजन ,
जीवन भर चलता यह प्रयोजन ,
सुन्दर सुखद सुदृण इकरार ,
राखी भाई बहन का प्यार।
इस बंधन से मौसम सुधरे ,
सारे भाव मुखर हों उभरे ,
सदियों से यह चलता आया ,
मधुर सलोना यह संसार।
राखी भाई बहन का प्यार।
उमेश चंद्र श्रीवास्तव -
A poem of Umesh chandra srivastava
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