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Saturday, August 25, 2018

राखी भाई बहन का प्यार

A poem of Umesh chandra srivastava


राखी भाई बहन का प्यार ,
हाथ कलाई राखी बंधन ,
सुन्दर यह व्यवहार ,
        राखी भाई बहन का प्यार।

इस अटूट बंधन को माने ,
जाने जग संसार।
        राखी भाई बहन का प्यार ,

बहना ने बहाई को बंधा ,
स्नेह  , दुलार , व्यवहार।
       राखी भाई बहन का प्यार।
एक धागे से है संयोजन ,
इसका बहुत बड़ा आयोजन  ,
जीवन भर चलता यह प्रयोजन ,
सुन्दर सुखद सुदृण इकरार ,
       राखी भाई बहन का प्यार।

इस बंधन से मौसम सुधरे ,
सारे भाव मुखर हों उभरे ,
सदियों से यह चलता आया ,
 मधुर सलोना यह संसार।
       राखी भाई बहन का प्यार।





उमेश चंद्र श्रीवास्तव -
A poem of Umesh chandra srivastava 

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